ਕਹਣੈ ਵਾਲੇ ਤੇਰੇ ਰਹੇ ਸਮਾਇ ॥੧॥
कहणै वाले तेरे रहे समाइ ॥१॥
Kahṇæ vaalé ṫéré rahé samaa▫é. ||1||
Those who describe You, remain absorbed in You. ||1||
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ਵਡੇ ਮੇਰੇ ਸਾਹਿਬਾ ਗਹਿਰ ਗੰਭੀਰਾ ਗੁਣੀ ਗਹੀਰਾ ॥
वडे मेरे साहिबा गहिर ग्मभीरा गुणी गहीरा ॥
vadé méré saahibaa gahir gambʰeeraa guṇee gaheeraa.
O my Great Lord and Master of Unfathomable Depth, You are the Ocean of Excellence.
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ਕੋਈ ਨ ਜਾਣੈ ਤੇਰਾ ਕੇਤਾ ਕੇਵਡੁ ਚੀਰਾ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥
कोई न जाणै तेरा केता केवडु चीरा ॥१॥ रहाउ ॥
Ko▫ee na jaaṇæ ṫéraa kéṫaa kévad cheeraa. ||1|| rahaa▫o.
No one knows the greatness of Your expanse. ||1||Pause||
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ਸਭਿ ਸੁਰਤੀ ਮਿਲਿ ਸੁਰਤਿ ਕਮਾਈ ॥
सभि सुरती मिलि सुरति कमाई ॥
Sabʰ surṫee mil suraṫ kamaa▫ee.
All the contemplators met together and practiced contemplation;
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ਸਭ ਕੀਮਤਿ ਮਿਲਿ ਕੀਮਤਿ ਪਾਈ ॥
सभ कीमति मिलि कीमति पाई ॥
Sabʰ keemaṫ mil keemaṫ paa▫ee.
all the appraisers met together and tried to appraise You.
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ਗਿਆਨੀ ਧਿਆਨੀ ਗੁਰ ਗੁਰ ਹਾਈ ॥
गिआनी धिआनी गुर गुर हाई ॥
Gi▫aanee ḋʰi▫aanee gur gur haa▫ee.
The theologians, the meditators and the teachers of teachers
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ਕਹਣੁ ਨ ਜਾਈ ਤੇਰੀ ਤਿਲੁ ਵਡਿਆਈ ॥੨॥
कहणु न जाई तेरी तिलु वडिआई ॥२॥
Kahaṇ na jaa▫ee ṫéree ṫil vadi▫aa▫ee. ||2||
could not express even an iota of Your Greatness. ||2||
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ਸਭਿ ਸਤ ਸਭਿ ਤਪ ਸਭਿ ਚੰਗਿਆਈਆ ॥
सभि सत सभि तप सभि चंगिआईआ ॥
Sabʰ saṫ sabʰ ṫap sabʰ chang▫aa▫ee▫aa.
All Truth, all austerities, all goodness,
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ਸਿਧਾ ਪੁਰਖਾ ਕੀਆ ਵਡਿਆਈਆਂ ॥
सिधा पुरखा कीआ वडिआईआं ॥
Siḋʰaa purkʰaa kee▫aa vadi▫aa▫ee▫aaⁿ.
and the greatness of the Siddhas, the beings of perfect spiritual powers -
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ਤੁਧੁ ਵਿਣੁ ਸਿਧੀ ਕਿਨੈ ਨ ਪਾਈਆ ॥
तुधु विणु सिधी किनै न पाईआ ॥
Ṫuḋʰ viṇ siḋʰee kinæ na paa▫ee▫aa.
without You, none has attained such spiritual powers.
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ਕਰਮਿ ਮਿਲੈ ਨਾਹੀ ਠਾਕਿ ਰਹਾਈਆ ॥੩॥
करमि मिलै नाही ठाकि रहाईआ ॥३॥
Karam milæ naahee tʰaak rahaa▫ee▫aa. ||3||
They are obtained by Your Grace; their flow cannot be blocked. ||3||
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ਆਖਣ ਵਾਲਾ ਕਿਆ ਬੇਚਾਰਾ ॥
आखण वाला किआ बेचारा ॥
Aakʰaṇ vaalaa ki▫aa béchaaraa.
What can the helpless speaker do?
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ਸਿਫਤੀ ਭਰੇ ਤੇਰੇ ਭੰਡਾਰਾ ॥
सिफती भरे तेरे भंडारा ॥
Sifṫee bʰaré ṫéré bʰandaaraa.
Your bounties are overflowing with Your Praises.
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ਜਿਸੁ ਤੂੰ ਦੇਹਿ ਤਿਸੈ ਕਿਆ ਚਾਰਾ ॥
जिसु तूं देहि तिसै किआ चारा ॥
Jis ṫooⁿ ḋėh ṫisæ ki▫aa chaaraa.
And the one, unto whom You give - why should he think of any other?
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ਨਾਨਕ ਸਚੁ ਸਵਾਰਣਹਾਰਾ ॥੪॥੧॥
नानक सचु सवारणहारा ॥४॥१॥
Naanak sach savaaraṇhaaraa. ||4||1||
O Nanak! The True Lord is the Embellisher. ||4||1||
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ਆਸਾ ਮਹਲਾ ੧ ॥
आसा महला १ ॥
Aasaa mėhlaa 1.
Aasaa, First Mehl:
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ਆਖਾ ਜੀਵਾ ਵਿਸਰੈ ਮਰਿ ਜਾਉ ॥
आखा जीवा विसरै मरि जाउ ॥
Aakʰaa jeevaa visræ mar jaa▫o.
Chanting the Name, I live; forgetting it, I die.
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ਆਖਣਿ ਅਉਖਾ ਸਾਚਾ ਨਾਉ ॥
आखणि अउखा साचा नाउ ॥
Aakʰaṇ a▫ukʰaa saachaa naa▫o.
It is so difficult to chant the True Name.
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ਸਾਚੇ ਨਾਮ ਕੀ ਲਾਗੈ ਭੂਖ ॥
साचे नाम की लागै भूख ॥
Saaché naam kee laagæ bʰookʰ.
If someone feels hunger for the True Name,
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ਤਿਤੁ ਭੂਖੈ ਖਾਇ ਚਲੀਅਹਿ ਦੂਖ ॥੧॥
तितु भूखै खाइ चलीअहि दूख ॥१॥
Ṫiṫ bʰookʰæ kʰaa▫é chalee▫ahi ḋookʰ. ||1||
then that hunger shall consume his pains. ||1||
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ਸੋ ਕਿਉ ਵਿਸਰੈ ਮੇਰੀ ਮਾਇ ॥
सो किउ विसरै मेरी माइ ॥
So ki▫o visræ méree maa▫é.
So, how could I ever forget Him, O my Mother?
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ਸਾਚਾ ਸਾਹਿਬੁ ਸਾਚੈ ਨਾਇ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥
साचा साहिबु साचै नाइ ॥१॥ रहाउ ॥
Saachaa saahib saachæ naa▫é. ||1|| rahaa▫o.
True is the Master, and True is His Name. ||1||Pause||
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ਸਾਚੇ ਨਾਮ ਕੀ ਤਿਲੁ ਵਡਿਆਈ ॥
साचे नाम की तिलु वडिआई ॥
Saaché naam kee ṫil vadi▫aa▫ee.
The greatness of even an iota of the True Name,
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ਆਖਿ ਥਕੇ ਕੀਮਤਿ ਨਹੀ ਪਾਈ ॥
आखि थके कीमति नही पाई ॥
Aakʰ ṫʰaké keemaṫ nahee paa▫ee.
people have grown weary of trying to appraise but they have not been able to.
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ਜੇ ਸਭਿ ਮਿਲਿ ਕੈ ਆਖਣ ਪਾਹਿ ॥
जे सभि मिलि कै आखण पाहि ॥
Jé sabʰ mil kæ aakʰaṇ paahi.
Even if they were all to meet together and recount them,
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ਵਡਾ ਨ ਹੋਵੈ ਘਾਟਿ ਨ ਜਾਇ ॥੨॥
वडा न होवै घाटि न जाइ ॥२॥
vadaa na hovæ gʰaat na jaa▫é. ||2||
You would not be made any greater or lesser. ||2||
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ਨਾ ਓਹੁ ਮਰੈ ਨ ਹੋਵੈ ਸੋਗੁ ॥
ना ओहु मरै न होवै सोगु ॥
Naa oh maræ na hovæ sog.
He does not die - there is no reason to mourn.
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ਦੇਂਦਾ ਰਹੈ ਨ ਚੂਕੈ ਭੋਗੁ ॥
देंदा रहै न चूकै भोगु ॥
Ḋéⁿḋaa rahæ na chookæ bʰog.
He continues to give, but His Provisions are never exhausted.
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ਗੁਣੁ ਏਹੋ ਹੋਰੁ ਨਾਹੀ ਕੋਇ ॥
गुणु एहो होरु नाही कोइ ॥
Guṇ ého hor naahee ko▫é.
This Glorious Virtue is His alone - no one else is like Him;
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ਨਾ ਕੋ ਹੋਆ ਨਾ ਕੋ ਹੋਇ ॥੩॥
ना को होआ ना को होइ ॥३॥
Naa ko ho▫aa naa ko ho▫é. ||3||
there has never been anyone like Him, and there never shall be. ||3||
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ਜੇਵਡੁ ਆਪਿ ਤੇਵਡ ਤੇਰੀ ਦਾਤਿ ॥
जेवडु आपि तेवड तेरी दाति ॥
Jévad aap ṫévad ṫéree ḋaaṫ.
As Great as You Yourself are, so Great are Your Gifts.
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ਜਿਨਿ ਦਿਨੁ ਕਰਿ ਕੈ ਕੀਤੀ ਰਾਤਿ ॥
जिनि दिनु करि कै कीती राति ॥
Jin ḋin kar kæ keeṫee raaṫ.
It is You who created day and night as well.
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ਖਸਮੁ ਵਿਸਾਰਹਿ ਤੇ ਕਮਜਾਤਿ ॥
खसमु विसारहि ते कमजाति ॥
Kʰasam visaarėh ṫé kamjaaṫ.
Those who forget their Lord and Master are vile and despicable.
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ਨਾਨਕ ਨਾਵੈ ਬਾਝੁ ਸਨਾਤਿ ॥੪॥੨॥
नानक नावै बाझु सनाति ॥४॥२॥
Naanak naavæ baajʰ sanaaṫ. ||4||2||
O Nanak! Without the Name, people are wretched outcasts. ||4||2||
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ਆਸਾ ਮਹਲਾ ੧ ॥
आसा महला १ ॥
Aasaa mėhlaa 1.
Aasaa, First Mehl:
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ਜੇ ਦਰਿ ਮਾਂਗਤੁ ਕੂਕ ਕਰੇ ਮਹਲੀ ਖਸਮੁ ਸੁਣੇ ॥
जे दरि मांगतु कूक करे महली खसमु सुणे ॥
Jé ḋar maaⁿgaṫ kook karé mahlee kʰasam suṇé.
If a beggar cries out at the door, the Master hears it in His Mansion.
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ਭਾਵੈ ਧੀਰਕ ਭਾਵੈ ਧਕੇ ਏਕ ਵਡਾਈ ਦੇਇ ॥੧॥
भावै धीरक भावै धके एक वडाई देइ ॥१॥
Bʰaavæ ḋʰeerak bʰaavæ ḋʰaké ék vadaa▫ee ḋé▫é. ||1||
Whether He receives him or pushes him away, it is the Gift of the Lord’s Greatness. ||1||
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ਜਾਣਹੁ ਜੋਤਿ ਨ ਪੂਛਹੁ ਜਾਤੀ ਆਗੈ ਜਾਤਿ ਨ ਹੇ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥
जाणहु जोति न पूछहु जाती आगै जाति न हे ॥१॥ रहाउ ॥
Jaaṇhu joṫ na poochʰahu jaaṫee aagæ jaaṫ na hé. ||1|| rahaa▫o.
Recognize the Lord’s Light within all, and do not consider social class or status; there are no classes or castes in the world hereafter. ||1||Pause||
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ਆਪਿ ਕਰਾਏ ਆਪਿ ਕਰੇਇ ॥
आपि कराए आपि करेइ ॥
Aap karaa▫é aap karé▫i.
He Himself acts, and He Himself inspires us to act.
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ਆਪਿ ਉਲਾਮੑੇ ਚਿਤਿ ਧਰੇਇ ॥
आपि उलाम्हे चिति धरेइ ॥
Aap ulaaméĥ chiṫ ḋʰaré▫é.
He Himself considers our complaints.
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ਜਾ ਤੂੰ ਕਰਣਹਾਰੁ ਕਰਤਾਰੁ ॥
जा तूं करणहारु करतारु ॥
Jaa ṫooⁿ karanhaar karṫaar.
Since You, O Creator Lord, are the Doer,
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ਕਿਆ ਮੁਹਤਾਜੀ ਕਿਆ ਸੰਸਾਰੁ ॥੨॥
किआ मुहताजी किआ संसारु ॥२॥
Ki▫aa muhṫaajee ki▫aa sansaar. ||2||
why should I submit to the world? ||2||
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ਆਪਿ ਉਪਾਏ ਆਪੇ ਦੇਇ ॥
आपि उपाए आपे देइ ॥
Aap upaa▫é aapé ḋé▫é.
You Yourself created and You Yourself give.
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ਆਪੇ ਦੁਰਮਤਿ ਮਨਹਿ ਕਰੇਇ ॥
आपे दुरमति मनहि करेइ ॥
Aapé ḋurmaṫ manėh karé▫i.
You Yourself eliminate evil-mindedness;
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ਗੁਰ ਪਰਸਾਦਿ ਵਸੈ ਮਨਿ ਆਇ ॥
गुर परसादि वसै मनि आइ ॥
Gur parsaaḋ vasæ man aa▫é.
by Guru’s Grace, You come to abide in our minds,
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ਦੁਖੁ ਅਨੑੇਰਾ ਵਿਚਹੁ ਜਾਇ ॥੩॥
दुखु अन्हेरा विचहु जाइ ॥३॥
Ḋukʰ anĥéraa vichahu jaa▫é. ||3||
and then, pain and darkness are dispelled from within. ||3||
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ਸਾਚੁ ਪਿਆਰਾ ਆਪਿ ਕਰੇਇ ॥
साचु पिआरा आपि करेइ ॥
Saach pi▫aaraa aap karé▫i.
He Himself infuses love for the Truth.
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ਅਵਰੀ ਕਉ ਸਾਚੁ ਨ ਦੇਇ ॥
अवरी कउ साचु न देइ ॥
Avree ka▫o saach na ḋé▫é.
Unto others, the Truth is not bestowed.
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ਜੇ ਕਿਸੈ ਦੇਇ ਵਖਾਣੈ ਨਾਨਕੁ ਆਗੈ ਪੂਛ ਨ ਲੇਇ ॥੪॥੩॥
जे किसै देइ वखाणै नानकु आगै पूछ न लेइ ॥४॥३॥
Jé kisæ ḋé▫é vakʰaaṇæ Naanak aagæ poochʰ na lé▫é. ||4||3||
If He bestows it upon someone, says Nanak, then, in the world hereafter, that person is not called to account. ||4||3||
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ਆਸਾ ਮਹਲਾ ੧ ॥
आसा महला १ ॥
Aasaa mėhlaa 1.
Aasaa, First Mehl:
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ਤਾਲ ਮਦੀਰੇ ਘਟ ਕੇ ਘਾਟ ॥
ताल मदीरे घट के घाट ॥
Ṫaal maḋeeré gʰat ké gʰaat.
The urges of the heart are like cymbals and ankle-bells;
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ਦੋਲਕ ਦੁਨੀਆ ਵਾਜਹਿ ਵਾਜ ॥
दोलक दुनीआ वाजहि वाज ॥
Ḋolak ḋunee▫aa vaajėh vaaj.
the drum of the world resounds with the beat.
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ਨਾਰਦੁ ਨਾਚੈ ਕਲਿ ਕਾ ਭਾਉ ॥
नारदु नाचै कलि का भाउ ॥
Naaraḋ naachæ kal kaa bʰaa▫o.
Naarad dances to the tune of the Dark Age of Kali Yuga;
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ਜਤੀ ਸਤੀ ਕਹ ਰਾਖਹਿ ਪਾਉ ॥੧॥
जती सती कह राखहि पाउ ॥१॥
Jaṫee saṫee kah raakʰahi paa▫o. ||1||
where can the celibates and the men of truth place their feet? ||1||
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ਨਾਨਕ ਨਾਮ ਵਿਟਹੁ ਕੁਰਬਾਣੁ ॥
नानक नाम विटहु कुरबाणु ॥
Naanak naam vitahu kurbaaṇ.
Nanak is a sacrifice to the Naam, the Name of the Lord.
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ਅੰਧੀ ਦੁਨੀਆ ਸਾਹਿਬੁ ਜਾਣੁ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥
अंधी दुनीआ साहिबु जाणु ॥१॥ रहाउ ॥
Anḋʰee ḋunee▫aa saahib jaaṇ. ||1|| rahaa▫o.
The world is blind; our Lord and Master is All-seeing. ||1||Pause||
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ਗੁਰੂ ਪਾਸਹੁ ਫਿਰਿ ਚੇਲਾ ਖਾਇ ॥
गुरू पासहु फिरि चेला खाइ ॥
Guroo paashu fir chélaa kʰaa▫é.
The disciple feeds on the Guru;
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ਤਾਮਿ ਪਰੀਤਿ ਵਸੈ ਘਰਿ ਆਇ ॥
तामि परीति वसै घरि आइ ॥
Ṫaam pareeṫ vasæ gʰar aa▫é.
out of love for bread, he comes to dwell in his home.
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ਜੇ ਸਉ ਵਰ੍ਹਿਆ ਜੀਵਣ ਖਾਣੁ ॥
जे सउ वर्हिआ जीवण खाणु ॥
Jé sa▫o var▫hi▫aa jeevaṇ kʰaaṇ.
If one were to live and eat for hundreds of years,
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