ਡਖਣੇ ਮਃ ੫ ॥ डखणे मः ५ ॥ Dakʰ▫ṇé mėhlaa 5. Dakhanay, Fifth Mehl: ਲੋੜੀਦੋ ਹਭ ਜਾਇ ਸੋ ਮੀਰਾ ਮੀਰੰਨ ਸਿਰਿ ॥ लोड़ीदो हभ जाइ सो मीरा मीरंन सिरि ॥ Loṛeeḋo habʰ jaa▫é so meeraa meerann sir. I have searched everywhere for the King over the heads of kings. ਮਾਣਿਕੂ ਮੋਹਿ ਮਾਉ ਡਿੰਨਾ ਧਣੀ ਅਪਾਹਿ ॥ माणिकू मोहि माउ डिंना धणी अपाहि ॥ Maaṇikoo mohi maa▫o dinnaa ḋʰaṇee apaahi. O my mother, the Master has blessed me with the jewel. ਹਠ ਮੰਝਾਹੂ ਸੋ ਧਣੀ ਚਉਦੋ ਮੁਖਿ ਅਲਾਇ ॥੧॥ हठ मंझाहू सो धणी चउदो मुखि अलाइ ॥१॥ Hatʰ manjʰaahoo so ḋʰaṇee cha▫uḋo mukʰ alaa▫é. ||1|| That Master is within my heart; I chant His Name with my mouth. ||1|| |