ਜਿਸ ਨੋ ਕ੍ਰਿਪਾ ਕਰੈ ਤਿਸੁ ਆਪਨ ਨਾਮੁ ਦੇਇ ॥
जिस नो क्रिपा करै तिसु आपन नामु देइ ॥
Jis no kirpaa karæ ṫis aapan naam ḋé▫é.
He Himself gives His Name to those, upon whom He bestows His Mercy.
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ਬਡਭਾਗੀ ਨਾਨਕ ਜਨ ਸੇਇ ॥੮॥੧੩॥
बडभागी नानक जन सेइ ॥८॥१३॥
Badbʰaagee Naanak jan sé▫é. ||8||13||
Very fortunate, O Nanak! Are those people. ||8||13||
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ਸਲੋਕੁ ॥
सलोकु ॥
Salok.
Shalok:
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ਤਜਹੁ ਸਿਆਨਪ ਸੁਰਿ ਜਨਹੁ ਸਿਮਰਹੁ ਹਰਿ ਹਰਿ ਰਾਇ ॥
तजहु सिआनप सुरि जनहु सिमरहु हरि हरि राइ ॥
Ṫajahu si▫aanap sur janhu simrahu har har raa▫é.
Give up your cleverness, good people - remember the Lord God, your King!
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ਏਕ ਆਸ ਹਰਿ ਮਨਿ ਰਖਹੁ ਨਾਨਕ ਦੂਖੁ ਭਰਮੁ ਭਉ ਜਾਇ ॥੧॥
एक आस हरि मनि रखहु नानक दूखु भरमु भउ जाइ ॥१॥
Ék aas har man rakʰahu Naanak ḋookʰ bʰaram bʰa▫o jaa▫é. ||1||
Enshrine in your heart, your hopes in the One Lord. O Nanak! Your pain, doubt and fear shall depart. ||1||
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ਅਸਟਪਦੀ ॥
असटपदी ॥
Asatpaḋee.
Ashtapadee:
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ਮਾਨੁਖ ਕੀ ਟੇਕ ਬ੍ਰਿਥੀ ਸਭ ਜਾਨੁ ॥
मानुख की टेक ब्रिथी सभ जानु ॥
Maanukʰ kee ték bariṫʰee sabʰ jaan.
Reliance on mortals is in vain - know this well.
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ਦੇਵਨ ਕਉ ਏਕੈ ਭਗਵਾਨੁ ॥
देवन कउ एकै भगवानु ॥
Ḋévan ka▫o ékæ bʰagvaan.
The Great Giver is the One Lord God.
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ਜਿਸ ਕੈ ਦੀਐ ਰਹੈ ਅਘਾਇ ॥
जिस कै दीऐ रहै अघाइ ॥
Jis kæ ḋee▫æ rahæ agʰaa▫é.
By His gifts, we are satisfied,
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ਬਹੁਰਿ ਨ ਤ੍ਰਿਸਨਾ ਲਾਗੈ ਆਇ ॥
बहुरि न त्रिसना लागै आइ ॥
Bahur na ṫarisnaa laagæ aa▫é.
and we suffer from thirst no longer.
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ਮਾਰੈ ਰਾਖੈ ਏਕੋ ਆਪਿ ॥
मारै राखै एको आपि ॥
Maaræ raakʰæ éko aap.
The One Lord Himself destroys and also preserves.
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ਮਾਨੁਖ ਕੈ ਕਿਛੁ ਨਾਹੀ ਹਾਥਿ ॥
मानुख कै किछु नाही हाथि ॥
Maanukʰ kæ kichʰ naahee haaṫʰ.
Nothing at all is in the hands of mortal beings.
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ਤਿਸ ਕਾ ਹੁਕਮੁ ਬੂਝਿ ਸੁਖੁ ਹੋਇ ॥
तिस का हुकमु बूझि सुखु होइ ॥
Ṫis kaa hukam boojʰ sukʰ ho▫é.
Understanding His Order, there is peace.
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ਤਿਸ ਕਾ ਨਾਮੁ ਰਖੁ ਕੰਠਿ ਪਰੋਇ ॥
तिस का नामु रखु कंठि परोइ ॥
Ṫis kaa naam rakʰ kantʰ paro▫é.
So, take His Name, and wear it as your necklace.
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ਸਿਮਰਿ ਸਿਮਰਿ ਸਿਮਰਿ ਪ੍ਰਭੁ ਸੋਇ ॥
सिमरि सिमरि सिमरि प्रभु सोइ ॥
Simar simar simar parabʰ so▫é.
Remember, remember, remember God in meditation.
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ਨਾਨਕ ਬਿਘਨੁ ਨ ਲਾਗੈ ਕੋਇ ॥੧॥
नानक बिघनु न लागै कोइ ॥१॥
Naanak bigʰan na laagæ ko▫é. ||1||
O Nanak! No obstacle shall stand in your way. ||1||
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ਉਸਤਤਿ ਮਨ ਮਹਿ ਕਰਿ ਨਿਰੰਕਾਰ ॥
उसतति मन महि करि निरंकार ॥
Usṫaṫ man mėh kar nirankaar.
Praise the Formless Lord in your mind.
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ਕਰਿ ਮਨ ਮੇਰੇ ਸਤਿ ਬਿਉਹਾਰ ॥
करि मन मेरे सति बिउहार ॥
Kar man méré saṫ bi▫uhaar.
O my mind! Make this your true occupation.
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ਨਿਰਮਲ ਰਸਨਾ ਅੰਮ੍ਰਿਤੁ ਪੀਉ ॥
निरमल रसना अमृतु पीउ ॥
Nirmal rasnaa amriṫ pee▫o.
Let your tongue become pure, drinking in the Ambrosial Nectar.
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ਸਦਾ ਸੁਹੇਲਾ ਕਰਿ ਲੇਹਿ ਜੀਉ ॥
सदा सुहेला करि लेहि जीउ ॥
Saḋaa suhélaa kar léhi jee▫o.
Your soul shall be forever peaceful.
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ਨੈਨਹੁ ਪੇਖੁ ਠਾਕੁਰ ਕਾ ਰੰਗੁ ॥
नैनहु पेखु ठाकुर का रंगु ॥
Nænhu pékʰ tʰaakur kaa rang.
With your eyes, see the wondrous play of your Lord and Master.
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ਸਾਧਸੰਗਿ ਬਿਨਸੈ ਸਭ ਸੰਗੁ ॥
साधसंगि बिनसै सभ संगु ॥
Saaḋʰsang binsæ sabʰ sang.
In the Company of the Holy, all other associations vanish.
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ਚਰਨ ਚਲਉ ਮਾਰਗਿ ਗੋਬਿੰਦ ॥
चरन चलउ मारगि गोबिंद ॥
Charan chala▫o maarag gobinḋ.
With your feet, walk in the Way of the Lord.
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ਮਿਟਹਿ ਪਾਪ ਜਪੀਐ ਹਰਿ ਬਿੰਦ ॥
मिटहि पाप जपीऐ हरि बिंद ॥
Mitėh paap japee▫æ har binḋ.
Sins are washed away, chanting the Lord’s Name, even for a moment.
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ਕਰ ਹਰਿ ਕਰਮ ਸ੍ਰਵਨਿ ਹਰਿ ਕਥਾ ॥
कर हरि करम स्रवनि हरि कथा ॥
Kar har karam sarvan har kaṫʰaa.
So, do the Lord’s Work, and listen to the Lord’s Sermon.
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ਹਰਿ ਦਰਗਹ ਨਾਨਕ ਊਜਲ ਮਥਾ ॥੨॥
हरि दरगह नानक ऊजल मथा ॥२॥
Har ḋargėh Naanak oojal maṫʰaa. ||2||
In the Lord’s Court, O Nanak! Your face shall be radiant. ||2||
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ਬਡਭਾਗੀ ਤੇ ਜਨ ਜਗ ਮਾਹਿ ॥
बडभागी ते जन जग माहि ॥
Badbʰaagee ṫé jan jag maahi.
Very fortunate are those humble beings in this world,
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ਸਦਾ ਸਦਾ ਹਰਿ ਕੇ ਗੁਨ ਗਾਹਿ ॥
सदा सदा हरि के गुन गाहि ॥
Saḋaa saḋaa har ké gun gaahi.
who sing the Glorious Praises of the Lord, forever and ever.
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ਰਾਮ ਨਾਮ ਜੋ ਕਰਹਿ ਬੀਚਾਰ ॥
राम नाम जो करहि बीचार ॥
Raam naam jo karahi beechaar.
Those who dwell upon the Lord’s Name,
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ਸੇ ਧਨਵੰਤ ਗਨੀ ਸੰਸਾਰ ॥
से धनवंत गनी संसार ॥
Sé ḋʰanvanṫ ganee sansaar.
are the most wealthy and prosperous in the world.
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ਮਨਿ ਤਨਿ ਮੁਖਿ ਬੋਲਹਿ ਹਰਿ ਮੁਖੀ ॥
मनि तनि मुखि बोलहि हरि मुखी ॥
Man ṫan mukʰ bolėh har mukʰee.
Those who speak of the Supreme Lord in thought, word and deed -
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ਸਦਾ ਸਦਾ ਜਾਨਹੁ ਤੇ ਸੁਖੀ ॥
सदा सदा जानहु ते सुखी ॥
Saḋaa saḋaa jaanhu ṫé sukʰee.
know that they are peaceful and happy, forever and ever.
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ਏਕੋ ਏਕੁ ਏਕੁ ਪਛਾਨੈ ॥
एको एकु एकु पछानै ॥
Éko ék ék pachʰaanæ.
One who recognizes the One and only Lord as One,
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ਇਤ ਉਤ ਕੀ ਓਹੁ ਸੋਝੀ ਜਾਨੈ ॥
इत उत की ओहु सोझी जानै ॥
Iṫ uṫ kee oh sojʰee jaanæ.
understands this world and the next.
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ਨਾਮ ਸੰਗਿ ਜਿਸ ਕਾ ਮਨੁ ਮਾਨਿਆ ॥
नाम संगि जिस का मनु मानिआ ॥
Naam sang jis kaa man maani▫aa.
One whose mind accepts the Company of the Naam,
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ਨਾਨਕ ਤਿਨਹਿ ਨਿਰੰਜਨੁ ਜਾਨਿਆ ॥੩॥
नानक तिनहि निरंजनु जानिआ ॥३॥
Naanak ṫinėh niranjan jaani▫aa. ||3||
the Name of the Lord, O Nanak! Knows the Immaculate Lord. ||3||
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ਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਆਪਨ ਆਪੁ ਸੁਝੈ ॥
गुर प्रसादि आपन आपु सुझै ॥
Gur parsaaḋ aapan aap sujʰæ.
By Guru’s Grace, one understands himself;
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ਤਿਸ ਕੀ ਜਾਨਹੁ ਤ੍ਰਿਸਨਾ ਬੁਝੈ ॥
तिस की जानहु त्रिसना बुझै ॥
Ṫis kee jaanhu ṫarisnaa bujʰæ.
know that then, his thirst is quenched.
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ਸਾਧਸੰਗਿ ਹਰਿ ਹਰਿ ਜਸੁ ਕਹਤ ॥
साधसंगि हरि हरि जसु कहत ॥
Saaḋʰsang har har jas kahaṫ.
In the Company of the Holy, one chants the Praises of the Lord, Har, Har.
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ਸਰਬ ਰੋਗ ਤੇ ਓਹੁ ਹਰਿ ਜਨੁ ਰਹਤ ॥
सरब रोग ते ओहु हरि जनु रहत ॥
Sarab rog ṫé oh har jan rahaṫ.
Such a devotee of the Lord is free of all disease.
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ਅਨਦਿਨੁ ਕੀਰਤਨੁ ਕੇਵਲ ਬਖੵਾਨੁ ॥
अनदिनु कीरतनु केवल बख्यानु ॥
An▫ḋin keerṫan kéval bakʰ▫yaan.
Night and day, sing the Kirtan, the Praises of the One Lord.
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ਗ੍ਰਿਹਸਤ ਮਹਿ ਸੋਈ ਨਿਰਬਾਨੁ ॥
ग्रिहसत महि सोई निरबानु ॥
Garihsaṫ mėh so▫ee nirbaan.
In the midst of your household, remain balanced and unattached.
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ਏਕ ਊਪਰਿ ਜਿਸੁ ਜਨ ਕੀ ਆਸਾ ॥
एक ऊपरि जिसु जन की आसा ॥
Ék oopar jis jan kee aasaa.
One who places his hopes in the One Lord -
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ਤਿਸ ਕੀ ਕਟੀਐ ਜਮ ਕੀ ਫਾਸਾ ॥
तिस की कटीऐ जम की फासा ॥
Ṫis kee katee▫æ jam kee faasaa.
the noose of Death is cut away from his neck.
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ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਕੀ ਜਿਸੁ ਮਨਿ ਭੂਖ ॥
पारब्रहम की जिसु मनि भूख ॥
Paarbarahm kee jis man bʰookʰ.
One whose mind hungers for the Supreme Lord God,
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ਨਾਨਕ ਤਿਸਹਿ ਨ ਲਾਗਹਿ ਦੂਖ ॥੪॥
नानक तिसहि न लागहि दूख ॥४॥
Naanak ṫisėh na laagėh ḋookʰ. ||4||
O Nanak! Shall not suffer pain. ||4||
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ਜਿਸ ਕਉ ਹਰਿ ਪ੍ਰਭੁ ਮਨਿ ਚਿਤਿ ਆਵੈ ॥
जिस कउ हरि प्रभु मनि चिति आवै ॥
Jis ka▫o har parabʰ man chiṫ aavæ.
One who focuses his conscious mind on the Lord God -
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ਸੋ ਸੰਤੁ ਸੁਹੇਲਾ ਨਹੀ ਡੁਲਾਵੈ ॥
सो संतु सुहेला नही डुलावै ॥
So sanṫ suhélaa nahee dulaavæ.
that Saint is at peace; he does not waver.
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ਜਿਸੁ ਪ੍ਰਭੁ ਅਪੁਨਾ ਕਿਰਪਾ ਕਰੈ ॥
जिसु प्रभु अपुना किरपा करै ॥
Jis parabʰ apunaa kirpaa karæ.
Those unto whom God has granted His Grace -
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ਸੋ ਸੇਵਕੁ ਕਹੁ ਕਿਸ ਤੇ ਡਰੈ ॥
सो सेवकु कहु किस ते डरै ॥
So sévak kaho kis ṫé daræ.
who do those servants need to fear?
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ਜੈਸਾ ਸਾ ਤੈਸਾ ਦ੍ਰਿਸਟਾਇਆ ॥
जैसा सा तैसा द्रिसटाइआ ॥
Jæsaa saa ṫæsaa ḋaristaa▫i▫aa.
As God is, so does He appear;
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ਅਪੁਨੇ ਕਾਰਜ ਮਹਿ ਆਪਿ ਸਮਾਇਆ ॥
अपुने कारज महि आपि समाइआ ॥
Apuné kaaraj mėh aap samaa▫i▫aa.
in His Own creation, He Himself is pervading.
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ਸੋਧਤ ਸੋਧਤ ਸੋਧਤ ਸੀਝਿਆ ॥
सोधत सोधत सोधत सीझिआ ॥
Soḋʰaṫ soḋʰaṫ soḋʰaṫ seejʰi▫aa.
Searching, searching, searching, and finally, success!
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ਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤਤੁ ਸਭੁ ਬੂਝਿਆ ॥
गुर प्रसादि ततु सभु बूझिआ ॥
Gur parsaaḋ ṫaṫ sabʰ boojʰi▫aa.
By Guru’s Grace, the essence of all reality is understood.
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ਜਬ ਦੇਖਉ ਤਬ ਸਭੁ ਕਿਛੁ ਮੂਲੁ ॥
जब देखउ तब सभु किछु मूलु ॥
Jab ḋékʰ▫a▫u ṫab sabʰ kichʰ mool.
Wherever I look, there I see Him, at the root of all things.
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ਨਾਨਕ ਸੋ ਸੂਖਮੁ ਸੋਈ ਅਸਥੂਲੁ ॥੫॥
नानक सो सूखमु सोई असथूलु ॥५॥
Naanak so sookʰam so▫ee asṫʰool. ||5||
O Nanak! He is the subtle, and He is also the manifest. ||5||
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ਨਹ ਕਿਛੁ ਜਨਮੈ ਨਹ ਕਿਛੁ ਮਰੈ ॥
नह किछु जनमै नह किछु मरै ॥
Nah kichʰ janmæ nah kichʰ maræ.
Nothing is born, and nothing dies.
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ਆਪਨ ਚਲਿਤੁ ਆਪ ਹੀ ਕਰੈ ॥
आपन चलितु आप ही करै ॥
Aapan chaliṫ aap hee karæ.
He Himself stages His own drama.
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ਆਵਨੁ ਜਾਵਨੁ ਦ੍ਰਿਸਟਿ ਅਨਦ੍ਰਿਸਟਿ ॥
आवनु जावनु द्रिसटि अनद्रिसटि ॥
Aavan jaavan ḋarisat an▫ḋarisat.
Coming and going, seen and unseen,
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ਆਗਿਆਕਾਰੀ ਧਾਰੀ ਸਭ ਸ੍ਰਿਸਟਿ ॥
आगिआकारी धारी सभ स्रिसटि ॥
Aagi▫aakaaree ḋʰaaree sabʰ sarisat.
all the world is obedient to His Will.
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