ਮੁਖਿ ਤਾ ਕੋ ਜਸੁ ਰਸਨ ਬਖਾਨੈ ॥
मुखि ता को जसु रसन बखानै ॥
Mukʰ ṫaa ko jas rasan bakʰaanæ.
with your mouth and with your tongue, chant His Praises.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੇਰੋ ਰਹਤਾ ਧਰਮੁ ॥
जिह प्रसादि तेरो रहता धरमु ॥
Jih parsaaḋ ṫéro rahṫaa ḋʰaram.
By His Grace, you remain in the Dharma;
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ਮਨ ਸਦਾ ਧਿਆਇ ਕੇਵਲ ਪਾਰਬ੍ਰਹਮੁ ॥
मन सदा धिआइ केवल पारब्रहमु ॥
Man saḋaa ḋʰi▫aa▫é kéval paarbarahm.
O mind, meditate continually on the Supreme Lord God.
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ਪ੍ਰਭ ਜੀ ਜਪਤ ਦਰਗਹ ਮਾਨੁ ਪਾਵਹਿ ॥
प्रभ जी जपत दरगह मानु पावहि ॥
Parabʰ jee japaṫ ḋargėh maan paavahi.
Meditating on God, you shall be honored in His Court;
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ਨਾਨਕ ਪਤਿ ਸੇਤੀ ਘਰਿ ਜਾਵਹਿ ॥੨॥
नानक पति सेती घरि जावहि ॥२॥
Naanak paṫ séṫee gʰar jaavėh. ||2||
O Nanak! You shall return to your true home with honor. ||2||
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਆਰੋਗ ਕੰਚਨ ਦੇਹੀ ॥
जिह प्रसादि आरोग कंचन देही ॥
Jih parsaaḋ aarog kanchan ḋéhee.
By His Grace, you have a healthy, golden body;
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ਲਿਵ ਲਾਵਹੁ ਤਿਸੁ ਰਾਮ ਸਨੇਹੀ ॥
लिव लावहु तिसु राम सनेही ॥
Liv laavhu ṫis raam sanéhee.
attune yourself to that Loving Lord.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੇਰਾ ਓਲਾ ਰਹਤ ॥
जिह प्रसादि तेरा ओला रहत ॥
Jih parsaaḋ ṫéraa olaa rahaṫ.
By His Grace, your honor is preserved;
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ਮਨ ਸੁਖੁ ਪਾਵਹਿ ਹਰਿ ਹਰਿ ਜਸੁ ਕਹਤ ॥
मन सुखु पावहि हरि हरि जसु कहत ॥
Man sukʰ paavahi har har jas kahaṫ.
O mind, chant the Praises of the Lord, Har, Har, and find peace.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੇਰੇ ਸਗਲ ਛਿਦ੍ਰ ਢਾਕੇ ॥
जिह प्रसादि तेरे सगल छिद्र ढाके ॥
Jih parsaaḋ ṫéré sagal chʰiḋar dʰaaké.
By His Grace, all your deficits are covered;
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ਮਨ ਸਰਨੀ ਪਰੁ ਠਾਕੁਰ ਪ੍ਰਭ ਤਾ ਕੈ ॥
मन सरनी परु ठाकुर प्रभ ता कै ॥
Man sarnee par tʰaakur parabʰ ṫaa kæ.
O mind, seek the Sanctuary of God, our Lord and Master.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੁਝੁ ਕੋ ਨ ਪਹੂਚੈ ॥
जिह प्रसादि तुझु को न पहूचै ॥
Jih parsaaḋ ṫujʰ ko na pahoochæ.
By His Grace, no one can rival you;
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ਮਨ ਸਾਸਿ ਸਾਸਿ ਸਿਮਰਹੁ ਪ੍ਰਭ ਊਚੇ ॥
मन सासि सासि सिमरहु प्रभ ऊचे ॥
Man saas saas simrahu parabʰ ooché.
O mind, with each and every breath, remember God on High.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਪਾਈ ਦ੍ਰੁਲਭ ਦੇਹ ॥
जिह प्रसादि पाई द्रुलभ देह ॥
Jih parsaaḋ paa▫ee ḋarulabʰ ḋéh.
By His Grace, you obtained this precious human body;
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ਨਾਨਕ ਤਾ ਕੀ ਭਗਤਿ ਕਰੇਹ ॥੩॥
नानक ता की भगति करेह ॥३॥
Naanak ṫaa kee bʰagaṫ karéh. ||3||
O Nanak! Worship Him with devotion. ||3||
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਆਭੂਖਨ ਪਹਿਰੀਜੈ ॥
जिह प्रसादि आभूखन पहिरीजै ॥
Jih parsaaḋ aabʰookʰan pėhreejæ.
By His Grace, you wear decorations;
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ਮਨ ਤਿਸੁ ਸਿਮਰਤ ਕਿਉ ਆਲਸੁ ਕੀਜੈ ॥
मन तिसु सिमरत किउ आलसु कीजै ॥
Man ṫis simraṫ ki▫o aalas keejæ.
O mind, why are you so lazy? Why don’t you remember Him in meditation?
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਅਸ੍ਵ ਹਸਤਿ ਅਸਵਾਰੀ ॥
जिह प्रसादि अस्व हसति असवारी ॥
Jih parsaaḋ asav hasaṫ asvaaree.
By His Grace, you have horses and elephants to ride;
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ਮਨ ਤਿਸੁ ਪ੍ਰਭ ਕਉ ਕਬਹੂ ਨ ਬਿਸਾਰੀ ॥
मन तिसु प्रभ कउ कबहू न बिसारी ॥
Man ṫis parabʰ ka▫o kabhoo na bisaaree.
O mind, never forget that God.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਬਾਗ ਮਿਲਖ ਧਨਾ ॥
जिह प्रसादि बाग मिलख धना ॥
Jih parsaaḋ baag milakʰ ḋʰanaa.
By His Grace, you have land, gardens and wealth;
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ਰਾਖੁ ਪਰੋਇ ਪ੍ਰਭੁ ਅਪੁਨੇ ਮਨਾ ॥
राखु परोइ प्रभु अपुने मना ॥
Raakʰ paro▫é parabʰ apuné manaa.
keep God enshrined in your heart.
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ਜਿਨਿ ਤੇਰੀ ਮਨ ਬਨਤ ਬਨਾਈ ॥
जिनि तेरी मन बनत बनाई ॥
Jin ṫéree man banaṫ banaa▫ee.
O mind, the One who formed your form -
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ਊਠਤ ਬੈਠਤ ਸਦ ਤਿਸਹਿ ਧਿਆਈ ॥
ऊठत बैठत सद तिसहि धिआई ॥
Ootʰaṫ bætʰaṫ saḋ ṫisėh ḋʰi▫aa▫ee.
standing up and sitting down, meditate always on Him.
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ਤਿਸਹਿ ਧਿਆਇ ਜੋ ਏਕ ਅਲਖੈ ॥
तिसहि धिआइ जो एक अलखै ॥
Ṫisėh ḋʰi▫aa▫é jo ék alkʰæ.
Meditate on Him - the One Invisible Lord;
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ਈਹਾ ਊਹਾ ਨਾਨਕ ਤੇਰੀ ਰਖੈ ॥੪॥
ईहा ऊहा नानक तेरी रखै ॥४॥
Eehaa oohaa Naanak ṫéree rakʰæ. ||4||
here and hereafter, O Nanak! He shall save you. ||4||
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਕਰਹਿ ਪੁੰਨ ਬਹੁ ਦਾਨ ॥
जिह प्रसादि करहि पुंन बहु दान ॥
Jih parsaaḋ karahi punn baho ḋaan.
By His Grace, you give donations in abundance to charities;
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ਮਨ ਆਠ ਪਹਰ ਕਰਿ ਤਿਸ ਕਾ ਧਿਆਨ ॥
मन आठ पहर करि तिस का धिआन ॥
Man aatʰ pahar kar ṫis kaa ḋʰi▫aan.
O mind, meditate on Him, twenty-four hours a day.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੂ ਆਚਾਰ ਬਿਉਹਾਰੀ ॥
जिह प्रसादि तू आचार बिउहारी ॥
Jih parsaaḋ ṫoo aachaar bi▫uhaaree.
By His Grace, you perform religious rituals and worldly duties;
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ਤਿਸੁ ਪ੍ਰਭ ਕਉ ਸਾਸਿ ਸਾਸਿ ਚਿਤਾਰੀ ॥
तिसु प्रभ कउ सासि सासि चितारी ॥
Ṫis parabʰ ka▫o saas saas chiṫaaree.
think of God with each and every breath.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੇਰਾ ਸੁੰਦਰ ਰੂਪੁ ॥
जिह प्रसादि तेरा सुंदर रूपु ॥
Jih parsaaḋ ṫéraa sunḋar roop.
By His Grace, your form is so beautiful;
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ਸੋ ਪ੍ਰਭੁ ਸਿਮਰਹੁ ਸਦਾ ਅਨੂਪੁ ॥
सो प्रभु सिमरहु सदा अनूपु ॥
So parabʰ simrahu saḋaa anoop.
constantly remember God, the Incomparably Beautiful One.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੇਰੀ ਨੀਕੀ ਜਾਤਿ ॥
जिह प्रसादि तेरी नीकी जाति ॥
Jih parsaaḋ ṫéree neekee jaaṫ.
By His Grace, you have such high social status;
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ਸੋ ਪ੍ਰਭੁ ਸਿਮਰਿ ਸਦਾ ਦਿਨ ਰਾਤਿ ॥
सो प्रभु सिमरि सदा दिन राति ॥
So parabʰ simar saḋaa ḋin raaṫ.
remember God always, day and night.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੇਰੀ ਪਤਿ ਰਹੈ ॥
जिह प्रसादि तेरी पति रहै ॥
Jih parsaaḋ ṫéree paṫ rahæ.
By His Grace, your honor is preserved;
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ਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਨਾਨਕ ਜਸੁ ਕਹੈ ॥੫॥
गुर प्रसादि नानक जसु कहै ॥५॥
Gur parsaaḋ Naanak jas kahæ. ||5||
by Guru’s Grace, O Nanak! Chant His Praises. ||5||
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਸੁਨਹਿ ਕਰਨ ਨਾਦ ॥
जिह प्रसादि सुनहि करन नाद ॥
Jih parsaaḋ sunėh karan naaḋ.
By His Grace, you listen to the sound current of the Naad.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਪੇਖਹਿ ਬਿਸਮਾਦ ॥
जिह प्रसादि पेखहि बिसमाद ॥
Jih parsaaḋ pékʰėh bismaaḋ.
By His Grace, you behold amazing wonders.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਬੋਲਹਿ ਅੰਮ੍ਰਿਤ ਰਸਨਾ ॥
जिह प्रसादि बोलहि अमृत रसना ॥
Jih parsaaḋ bolėh amriṫ rasnaa.
By His Grace, you speak ambrosial words with your tongue.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਸੁਖਿ ਸਹਜੇ ਬਸਨਾ ॥
जिह प्रसादि सुखि सहजे बसना ॥
Jih parsaaḋ sukʰ sėhjé basnaa.
By His Grace, you abide in peace and ease.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਹਸਤ ਕਰ ਚਲਹਿ ॥
जिह प्रसादि हसत कर चलहि ॥
Jih parsaaḋ hasaṫ kar chalėh.
By His Grace, your hands move and work.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਸੰਪੂਰਨ ਫਲਹਿ ॥
जिह प्रसादि स्मपूरन फलहि ॥
Jih parsaaḋ sampooran falėh.
By His Grace, you are completely fulfilled.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਪਰਮ ਗਤਿ ਪਾਵਹਿ ॥
जिह प्रसादि परम गति पावहि ॥
Jih parsaaḋ param gaṫ paavahi.
By His Grace, you obtain the supreme-status.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਸੁਖਿ ਸਹਜਿ ਸਮਾਵਹਿ ॥
जिह प्रसादि सुखि सहजि समावहि ॥
Jih parsaaḋ sukʰ sahj samaavėh.
By His Grace, you are absorbed into celestial peace.
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ਐਸਾ ਪ੍ਰਭੁ ਤਿਆਗਿ ਅਵਰ ਕਤ ਲਾਗਹੁ ॥
ऐसा प्रभु तिआगि अवर कत लागहु ॥
Æsaa parabʰ ṫi▫aag avar kaṫ laagahu.
Why forsake God, and attach yourself to another?
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ਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਨਾਨਕ ਮਨਿ ਜਾਗਹੁ ॥੬॥
गुर प्रसादि नानक मनि जागहु ॥६॥
Gur parsaaḋ Naanak man jaagahu. ||6||
By Guru’s Grace, O Nanak! Awaken your mind! ||6||
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੂੰ ਪ੍ਰਗਟੁ ਸੰਸਾਰਿ ॥
जिह प्रसादि तूं प्रगटु संसारि ॥
Jih parsaaḋ ṫooⁿ pargat sansaar.
By His Grace, you are famous all over the world;
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ਤਿਸੁ ਪ੍ਰਭ ਕਉ ਮੂਲਿ ਨ ਮਨਹੁ ਬਿਸਾਰਿ ॥
तिसु प्रभ कउ मूलि न मनहु बिसारि ॥
Ṫis parabʰ ka▫o mool na manhu bisaar.
never forget God from your mind.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੇਰਾ ਪਰਤਾਪੁ ॥
जिह प्रसादि तेरा परतापु ॥
Jih parsaaḋ ṫéraa parṫaap.
By His Grace, you have prestige;
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ਰੇ ਮਨ ਮੂੜ ਤੂ ਤਾ ਕਉ ਜਾਪੁ ॥
रे मन मूड़ तू ता कउ जापु ॥
Ré man mooṛ ṫoo ṫaa ka▫o jaap.
O foolish mind, meditate on Him!
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੇਰੇ ਕਾਰਜ ਪੂਰੇ ॥
जिह प्रसादि तेरे कारज पूरे ॥
Jih parsaaḋ ṫéré kaaraj pooré.
By His Grace, your works are completed;
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ਤਿਸਹਿ ਜਾਨੁ ਮਨ ਸਦਾ ਹਜੂਰੇ ॥
तिसहि जानु मन सदा हजूरे ॥
Ṫisėh jaan man saḋaa hajooré.
O mind, know Him to be close at hand.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਤੂੰ ਪਾਵਹਿ ਸਾਚੁ ॥
जिह प्रसादि तूं पावहि साचु ॥
Jih parsaaḋ ṫooⁿ paavahi saach.
By His Grace, you find the Truth;
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ਰੇ ਮਨ ਮੇਰੇ ਤੂੰ ਤਾ ਸਿਉ ਰਾਚੁ ॥
रे मन मेरे तूं ता सिउ राचु ॥
Ré man méré ṫooⁿ ṫaa si▫o raach.
O my mind! Merge yourself into Him.
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ਜਿਹ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ਸਭ ਕੀ ਗਤਿ ਹੋਇ ॥
जिह प्रसादि सभ की गति होइ ॥
Jih parsaaḋ sabʰ kee gaṫ ho▫é.
By His Grace, everyone is saved;
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ਨਾਨਕ ਜਾਪੁ ਜਪੈ ਜਪੁ ਸੋਇ ॥੭॥
नानक जापु जपै जपु सोइ ॥७॥
Naanak jaap japæ jap so▫é. ||7||
O Nanak! Meditate, and chant His Chant. ||7||
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ਆਪਿ ਜਪਾਏ ਜਪੈ ਸੋ ਨਾਉ ॥
आपि जपाए जपै सो नाउ ॥
Aap japaa▫é japæ so naa▫o.
Those, whom He inspires to chant, chant His Name.
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ਆਪਿ ਗਾਵਾਏ ਸੁ ਹਰਿ ਗੁਨ ਗਾਉ ॥
आपि गावाए सु हरि गुन गाउ ॥
Aap gaavaa▫æ so har gun gaa▫o.
Those, whom He inspires to sing, sing the Glorious Praises of the Lord.
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